जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय सेना एक लयबद्ध लहर की तरह आगे बढ़ी, और हर सैन्यकर्मी एक साथ मिलकर काम कर रहा था और अपने आदेशों को जानता था। जनरल द्विवेदी ने आगे कहा कि यह पुस्तक आधारभूत प्रकृति की है और शिक्षाविदों तथा शोधार्थियों के लिए एक संदर्भ सामग्री हो सकती है।